
YRKKH: ये रिश्ता क्या कहलाता है एपिसोड अपडेट 5 सितंबर 2023
YRKKH: Yeh Rishta Kya Kehlata Hai 5th September 2023 Written Episode, Written Update HINDI, telly update on trendingheadlines.in
YRKKH: आज के एपिसोड के शुरुआत में हम अभिर और रूही को राधा कृष्णा की वेश सोते हुए देखते है।
मनीष और कैरव जन्माष्टमी के लिए घर को सजाते हुए नजर आते है। तभी हम देखते है अक्षरा पूजा का थाली लेने आती है लेकिन पूजा करने के लिए आयी कुछ औरते उसे रोककर उससे पूजा की थाली ले लेती है।मनीष को ये सब देख कर मन ही मन बहुत बुरा लगता है और दुखी होता है।
इधर हमे अभिमन्यु खुद से बाते करता नजर आता है वो अक्षरा के साथ कल को हुए हादसे के बारे में सोच रहा है।
वो कल को हुए हादसे को लेकर पछतावा कर रहा है तभी भाभी आ कर उसको समझाती तुम जा कर अक्षरा से पूरी बात करो।अभिमन्यु कहता है मै जाकर आज ही माफ़ी मांग लूंगा।
इधर हम अक्षरा को कान्हा जी के सामने दिया जलाते नजर आती है तभी वो महिलाये फिर आ जाती है वो लोग अक्षरा को जाकर आराम करो बोल वहा से भेज देती है।
अभी थोड़ी दूर से ये सब देखता है उसके चेहरे पर अक्षरा के लिए सहानभूति का भाव था।
आगे सारे लोगो को पूजा के लिए इकट्ठा नजर आते है। मनीष सभी को जन्माष्टमी की शुभकामनायें देता है फिर अक्षरा को दिया जलाने के लिए बोलता है लेकिन बाहर से आयी पूजा करने वाली महिलाये उसे ऐसा करने से रोक देती है वो बोलती है ये विधवा है इसलिए पूजा नहीं कर सकती है। ये सब देख कर मनीष और कैरव का गुस्सा फूट पड़ता है और उनलोगो के बीच में जोरदार बहस होती है।

अक्षरा भी उनलोगो को खूब भला बुरा कहती है।अक्षरा उन सब से पूछती है ये सब नियम सिर्फ औरतों के लिए हो क्यों है?वाह आगे बोलती है ज़ब कान्हा जी ने अपने भक्तो में कभी भेदभाव नहीं किया तो भेदभाव करने वाले आप कौन होते है? विधवा हूँ लेकिन मरी नहीं हूँ अगर आप लोग मुझे यहाँ पूजा नहीं करने देंगी तो मै कही और जाकर पूजा करूंगी जय श्री कृष्णा।
उसी वक़्त हम अभिर और रूही की नींद खुल जाती है और वो लोग आकर अक्षरा से लिपट जाते है।
और उन्हें जाने से रोकने लगते है। ये देख कर बाकि घर वाले भी उसे रुकने के लिए बोलने लगते है।अभिमन्यु बोलता है अगर तुम जाओगी तो हम भी तुम्हारे साथ चलेंगे। चलो हम लोग जन्माष्टमी घर जाकर मना लेंगे।फिर आगे मनीष का भी उन महिलाओ के साथ तीखी बहस होती है।
हम देखते है उनमे से एक महिला आगे बढ़कर झाँकी की रस्सी खोलने जाती है लेकिन वो खुलती नहीं है बहुत कोशिश के बाद भी रस्सी नहीं खुलने से वो लोग निराश हो जाते है और बोलते है हमें जल्दी करना होगा पूजा का मुहूर्त निकला जा रहा है
।
तभी हम देखते है अभिर अक्षरा का हाथ पकड़ कर झाँकी के पास ले जाता है और रस्सी उसके हाथ में देकर खोलने के लिए बोलता है अक्षरा हिचकिचाती हुई रस्सी पकड़ लेती है फिर हम देखते है अक्षरा रस्सी को खोल देती है। सब लोग ख़ुशी से तालियाँ बजाने लगते है।फिर अभिमन्यु उनलोगो से बोलता है हमको आपसे कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है हमको आपके सोच से नफरत है और शंखनाद करके पूजा का आगाज करता। फिर हम देखते है अक्षरा गाना गाते हुए आरती करने लगते है।