अहमदाबाद में, शाह परिवार को एक बुरे सपने का सामना करना पड़ता है क्योंकि पाखी रहस्यमय तरीके से गायब हो जाती है। उतार-चढ़ाव, भावनाओं और अप्रत्याशित मोड़ों से भरी एक दिल दहला देने वाली यात्रा के लिए खुद को तैयार करें।

परिचय:

अनुपमा और वनराज में पाखी को लेकर बहस होती हैं।

अनुपमा की दुविधा

अनुज उनको एक-दूसरे पर कंकड़ मारना छोड़कर पाखी को ढूंढने के बारे में सोचने के लिए बोलता है.

अनुज की बुद्धिमता

अनुज को इंस्पेक्टर जानकारी देता है पाखी का अभी तक कुछ पता नहीं चला है.

अप्रत्याशित कॉल

परिवार पाखी के साथ बिताए पलों को याद करता है, सभी के आंखे आँसुओ से भरे होते है।

पीड़ादायक प्रतीक्षा

वनराज, पाखी की वापसी के लिए तरस रहा है, उसकी यादों में खो कर उसको ढूंढ रहा है।

वनराज का काल्पनिक भेंट 

अनुपमा पाखी की वापसी का सपना देखती है लेकिन हकीकत मालूम होते ही रोने लगती है।

अनुपमा का सपना

तोशु और किंजल का बंधनतोशू को पछतावा होता है तो किंजल उसको  सांत्वना देती है ।

तोशु और किंजल का बंधन

समर आज्ञाकारिता का वादा करते हुए पाखी की वापसी की विनती करता है।

समर की गुहार

अनुपमा का दृढ़ संकल्प खोज को बढ़ावा देता है।

हताश खोज

इंस्पेक्टर एक दुर्घटना के बारे में चौंकाने वाली खबर लाता है।

इंस्पेक्टर का अपडेट

आशा और निराशा के बीच फंसे, पाखी की निरंतर खोज में शाह परिवार की पीड़ा तेज हो गई है। क्या वे अपनी प्यारी बेटी से फिर मिलेंगे?