
हेपेटाइटिस बी(Hepatitis B): जानिए इसके बारे में सबकुछ लक्षण, उपचार, कारण
हेपेटाइटिस बी(Hepatitis B): जानिए इसके बारे में सबकुछ
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प्रस्तावना:
हेपेटाइटिस बी, एक खतरनाक और संक्रामक बीमारी है जो विश्वभर में लाखों लोगों को प्रभावित कर रही है। इस खतरनाक बीमारी के कारण हर साल लाखों लोगों की मौत होती है, इसलिए हमें हेपेटाइटिस बी के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम हेपेटाइटिस बी के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और इससे बचने और इसका इलाज करवाने के उपायों को समझेंगे।
हेपेटाइटिस बी क्या है?
हेपेटाइटिस बी वायरस (HBV) द्वारा होने वाली संक्रामक बीमारी है, जो लिवर को प्रभावित करती है। यह बीमारी शरीर में विकसित होने वाले लक्षणों और समस्याओं के कारण गंभीर हो सकती है। इसे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक संक्रमित खून, रक्तदान, यौन संबंध, संचित इंजेक्शन, नाक चुभने से, गर्भधारण के दौरान, नवजात शिशु में, और छोटे बच्चों में माँ के दूध के माध्यम से फैलता है।
हेपेटाइटिस बी कैसे होता है?
हेपेटाइटिस बी वायरस संक्रमित व्यक्ति से एक स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित होता है। यह वायरस रक्त, सेक्स संपर्क, शैली उपचार (इंजेक्शन साझा करने से) और संचारित वस्त्र के माध्यम से फैल सकता है। गर्भवती महिलाओं से नवजात शिशु को भी यह वायरस प्राप्त हो सकता है। यह इंफेक्शन लंबे समय तक लिवर में रहकर हेपेटाइटिस बी के रूप में विकसित हो सकता है, जिसे जीर्ण / chronic हेपेटाइटिस बी कहा जाता है। सबसे अच्छा तरीका है हेपेटाइटिस बी से बचने के लिए वैक्सीनेशन का पूरा करवाना और संक्रमित व्यक्ति से संबंध बनाने से बचना।

हेपेटाइटिस बी के लक्षण:
हेपेटाइटिस बी वायरस के प्रभावित होने पर कई लोगों को लक्षण नहीं होते हैं, लेकिन कुछ लोगों को निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं:
- थकावट और कमजोरी
- पेट में दर्द और तकलीफ
- नीले रंग के मल या पेशाब
- त्वचा और आंखों का पीला पड़ना
- खांसी और सर्दी जैसे लक्षण
हेपेटाइटिस बी से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम हैं:
टीकाकरण (वैक्सीनेशन): हेपेटाइटिस बी वैक्सीन उपलब्ध है जिसे सभी को अपनी उम्र के अनुसार लगवाना चाहिए। यह वैक्सीन बहुत सुरक्षित और प्रभावी है और बीमारी से बचने में मदद करती है।
सुरक्षित सेक्सुअल व्यवहार: यौन संबंध बनाते समय सुरक्षितता के लिए कंडोम का प्रयोग करना बहुत महत्वपूर्ण है। नायक संबंध बनाने से बचें।
साझा संचित न करें: संचित इंजेक्शन, नाक चुभाना, रक्तदान आदि में सुनिश्चित रहें कि एक्सचेंज के उपयोग के समय संचिति का सामान्य उपयोग किया जाता है।
हेपेटाइटिस बी का इलाज:
हेपेटाइटिस बी का इलाज करवाने के लिए चिकित्सक के साथ परामर्श करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। वे आपकी जांच करेंगे और उचित इलाज का सुझाव देंगे। उपयुक्त दवाओं के साथ साथ आपको स्वस्थ जीवनशैली भी अपनानी चाहिए।
हेपेटाइटिस बी से सम्बन्धित अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब:
1.हेपेटाइटिस बी का इलाज कहाँ होता है?
हेपेटाइटिस बी का इलाज विभिन्न चरणों में किया जा सकता है। पहले चरण में, डॉक्टर एक पूरी जांच करेगा, जिसमें रक्त और यकृत के टेस्ट शामिल होंगे। जब पुष्टि हो जाए कि व्यक्ति हेपेटाइटिस बी से पीड़ित है, तो विशेषज्ञ उच्च स्तर के एंटीवायरल दवाओं का प्रयोग करते हैं जो इस वायरस को रोकते हैं और यकृत को सुरक्षित रखते हैं। एकाधिक चरणों में विशेषज्ञ आपको निरीक्षण के लिए बुला सकते हैं ताकि वे इलाज के प्रभाव को माप सकें।
यहां हेपेटाइटिस बी के इलाज के लिए कुछ अस्पतालों का पता दिया गया है:
1. दिल्ली:
- All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) Address: AIIMS, Ansari Nagar, New Delhi, Delhi – 110029 Phone: +91-11-26588500 Website: www.aiims.edu
- Maulana Azad Medical College Address: Maulana Azad Medical College, Lodhi Road, New Delhi, Delhi – 11000 Phone: +91-11-23239271 Website: www.mamc.ac.in
- Ram Manohar Lohia Hospital Address: Baba Kharak Singh Marg, New Delhi, Delhi – 110001 Phone: +91-11-23365525 Website: www.rmlh.nic.in
2. मुंबई:
- Tata Memorial Hospital Address: Dr. E Borges Road, Parel, Mumbai, Maharashtra – 400012 Phone: +91-22-24177000 Website: www.tmc.gov.in
- Nair Hospital Address: Mahatma Gandhi Marg, Mumbai, Maharashtra – 400022 Phone: +91-22-23027000 Website: www.nair.edu
- SevenHills Hospital Address: Restriction Road, Powai, Mumbai, Maharashtra – 400018 Phone: +91-22-67676767 Website: www.sevenhillshospital.com
3.बंगलूरु:
- Fortis Hospital Address: Bannerghatta Road, Vikram Nagar, Bengaluru, Karnataka – 560010 Phone: +91-80-66214444 Website: www.fortishealthcare.com
- Narayana Hrudayalaya Address: Narayana Raju Marg, Vikram Nagar, Bengaluru, Karnataka – 560099 Phone: +91-80-67506870 Help Line-1800 309 0309, Emergency-97384 97384 Website: www.narayanahealth.org
4.कोलकाता:
- Belle Vue Clinic Address: 9, Dr. U. N. Brahmachari Street (Formerly Loudon Street), Kolkata – 700 017 Phone: +91-33-22872321 Website: www.bellevueclinic.com
5.चेन्नई:
- Apollo Hospital Address: 21, Greams Lane, Off Greams Road, Chennai, Tamil Nadu – 600006 Phone: +91-44-40401066 Website: www.apollohospitals.com
- MIOT International Hospital Address: 4/112, Mount Poonamallee Road, Manapakkam, Chennai, Tamil Nadu – 600089 Phone: +91 44 42002288, +91 44 22492288 Website: www.miotinternational.com
ध्यान दें कि वेबसाइटों के पते और संपर्क विवरण परिवर्तनशील हो सकते हैं, इसलिए सबसे सटीक और नवीनतम जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइटों पर जांच करना या अस्पतालों से सीधे संपर्क करना सर्वोत्तम है।
2. क्या हेपेटाइटिस बी में शादी कर सकते है?
हां, हेपेटाइटिस बी से पीड़ित व्यक्ति शादी कर सकता है। हालांकि, उन्हें कुछ खास चेतावनियां बरतनी होती हैं ताकि उनके साथी और परिवार के सदस्य भी सुरक्षित रह सकें। यहां कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो ध्यान रखने योग्य हैं:
- शादी के पहले, या शादीशुदा जीवन में वैक्सीनेशन करवाना जरूरी है। वैक्सीनेशन से व्यक्ति को हेपेटाइटिस बी से बचाया जा सकता है।
- यदि शादीशुदा जीवन में व्यक्ति के साथ संबंध बनाने से पहले हेपेटाइटिस बी का पता चलता है, तो साथी को बीमारी से बचाने के लिए टेस्ट कराना चाहिए।
- शादीशुदा जीवन में व्यक्ति को संभोग के दौरान सुरक्षा के लिए कंडोम का उपयोग करना चाहिए।
3.हेपेटाइटिस बी नार्मल रेंज क्या है?
हेपेटाइटिस बी के नार्मल रेंज का मतलब है कि जब एक व्यक्ति का रक्त टेस्ट किया जाता है, तो उनके रक्त में हेपेटाइटिस बी वायरस के मात्रा निम्नलिखित सीमा के अंदर रहती है। हेपेटाइटिस बी के नार्मल रेंज का स्तर निम्नलिखित होता है:
- HBsAg (Hepatitis B Surface Antigen): नॉर्मल रेंज के अंदर होना चाहिए (0.05–0.5 यू/मिलीग्राम)
- HBeAg (Hepatitis B e Antigen): नॉर्मल रेंज के अंदर होना चाहिए (0.1–1 यू/मिलीग्राम)
यदि रक्त में ये नार्मल रेंज से अधिक होते हैं, तो व्यक्ति को हेपेटाइटिस बी से पीड़ित माना जाता है।
4. क्या हेपेटाइटिस बी पूरी तरह से ठीक हो सकता है?
हां, हेपेटाइटिस बी पूरी तरह से ठीक हो सकता है। लेकिन इसमें समय लगता है और इसके लिए नियमित चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है। ज्यादातर मामलों में, हेपेटाइटिस बी से प्रभावित व्यक्ति के शरीर से वायरस का पूरी तरह से खत्म हो जाता है और वे स्वस्थ हो जाते हैं। इसके लिए आपको नियमित रूप से डॉक्टर के सुझाव पर दवाएं खानी चाहिए और आपको अपने खानपान और जीवनशैली में सुधार करने की भी जरूरत होती है।
5.हेपेटाइटिस बी के मरीज को क्या नहीं खाना चाहिए?
हेपेटाइटिस बी के मरीज को कुछ खास खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए ताकि उनके यकृत को अधिक बुरा न हो। निम्नलिखित आहार उत्पादों को खाने से बचें:
- तली हुई और गुर्दे के लिए मसालेदार खाने
- मीठे और खट्टे फल और रस
- विभिन्न प्रकार के बेकरी प्रोडक्ट्स
- शराब और तम्बाकू
- जंक फूड और बाजार में तैयार किया गया खाना
- सामान्यतः अधिक तेल और मक्खन वाले भोजन
6.क्या हेपेटाईटिस बी का इलाज हो सकता है?
वर्तमान में जीर्ण / chronic हेपेटाइटिस बी का कोई इलाज नहीं है, लेकिन ऐसे उपयुक्त इलाज उपलब्ध हो सकते हैं जो इस बीमारी के बढ़ने की गति को धीमा कर सकते हैं और वायरस को धीमा कर सकते हैं। इसके लिए विशेषज्ञ वैद्यकीय दवाओं का प्रयोग किया जाता है जो लीवर के क्षति को कम कर सकते हैं। यहां अन्य उपचार विकल्प भी शामिल हो सकते हैं, जैसे कि सर्जरी या ट्रांसप्लांटेशन यदि यकृत बहुत अधिक क्षति पहुंचता है। नए संशोधनों के साथ, जीर्ण / chronic हेपेटाइटिस बी के इलाज की आशा है, और इसमें विशेषज्ञों द्वारा विकसित हो रही दवाओं का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है।
6.आप बिना इलाज के हेपेटाइटिस बी के साथ कब तक रह सकते हैं?
हेपेटाइटिस बी से लंबे समय तक संक्रमित अधिकांश लोग लंबे और स्वस्थ जीवन जीने की उम्मीद कर सकते हैं। क्रोनिक एचबीवी वाले व्यक्तियों में 30 वर्षों तक लक्षण विकसित नहीं हो सकते हैं। इस दौरान लीवर को चुपचाप नुकसान हो सकता है।
समाप्ति:
हेपेटाइटिस बी एक खतरनाक बीमारी है जिससे बचने के लिए हमें जागरूकता फैलानी और सुरक्षित व्यवहार करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। टीकाकरण और संशोधित जीवनशैली के माध्यम से हम हेपेटाइटिस बी से बच सकते हैं। इस विषय में जागरूकता फैलाना हमारी जिम्मेदारी है ताकि हम सभी इस भयानक बीमारी से बच सकें और स्वस्थ जीवन जी सकें। इसलिए, हम सभी को हेपेटाइटिस बी के बारे में जागरूक होने का प्रयास करना चाहिए और अपने आस-पास के लोगों को भी जागरूक करने में सहायता करनी चाहिए।
Disclaimer: यह ब्लॉग पोस्ट केवल जागरूकता और शिक्षा के उद्देश्यों के लिए है, इसे किसी भी चिकित्सा सलाह के बदले न लें। अगर आप हेपेटाइटिस बी से प्रभावित हो रहे हैं, तो कृपया तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें और उनके सुझावों का पालन करें।