प्रेमचंद3 weeks agoLast Updated: 3 weeks ago अमृत (कहानी) : मुंशी प्रेमचंद|Amrit Hindi Story- Munshi Premchand Amrit Hindi Story- Munshi Premchand 1मेरी उठती जवानी थी जब मेरा दिल दर्द के मजे से परिचित हुआ। कुछ दिनों तक शायरी का अभ्यास करता रहा...
प्रेमचंद3 weeks agoLast Updated: 3 weeks ago अपनी करनी (कहानी) : मुंशी प्रेमचंद|Apni Karni -Munshi Premchand (Hindi Story) Apni Karni -Munshi Premchand 1आह, अभागा मैं! मेरे कर्मो के फल ने आज यह दिन दिखाये कि अपमान भी मेरे ऊपर हंसता है। और यह सब मैंने अपने...
कहानीप्रेमचंद3 months agoLast Updated: 3 months ago अनिष्ट शंका (कहानी) : मुंशी प्रेमचंद-Anisht Shanka (Hindi Story) : Munshi Premchand चाँदनी रात, समीर के सुखद झोंके, सुरम्य उद्यान। कुँवर अमरनाथ अपनी विस्तीर्ण छत पर लेटे हुए मनोरमा से कह रहे थे- तुम घबराओ नहीं, मैं जल...
प्रेमचंदकहानी3 months agoLast Updated: 4 weeks ago अंधेर (कहानी):मुंशी प्रेमचंद-Andher :Munshi Premchand 1नागपंचमी आई। साठे के जिन्दादिल नौजवानों ने रंग-बिरंगे जांघिये बनवाये। अखाड़े में ढोल की मर्दाना सदायें गूँजने लगीं। आसपास के पहलवान...
Blogप्रेमचंद3 months agoLast Updated: 3 months ago अग्नि-समाधि (कहानी) -Agni-Samadhi : Munshi Premchand(Hindi Story)-अग्नि-समाधि (कहानी) : मुंशी प्रेमचंद साधु-संतों के सत्संग से बुरे भी अच्छे हो जाते हैं, किन्तु पयाग का दुर्भाग्य था, कि उस पर सत्संग का उल्टा ही असर हुआ। उसे गाँजे, चरस औ...
प्रेमचंद3 months agoLast Updated: 3 months ago Premchand ka Jivan Parichay||मुंशी प्रेमचंद का जीवन परिचय Premchand ka Jivan Parichay: प्रेमचंद (31 जुलाई 1880 – 8 अक्टूबर 1936) हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक थे । मूल नाम...