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Anisht Shanka Munshi Premchand

अनिष्ट शंका (कहानी) : मुंशी प्रेमचंद-Anisht Shanka (Hindi Story) : Munshi Premchand

चाँदनी रात, समीर के सुखद झोंके, सुरम्य उद्यान। कुँवर अमरनाथ अपनी विस्तीर्ण छत पर लेटे हुए मनोरमा से कह रहे थे- तुम घबराओ नहीं, मैं जल...
Andher Munshi Premchand

अंधेर (कहानी):मुंशी प्रेमचंद-Andher :Munshi Premchand

1नागपंचमी आई। साठे के जिन्दादिल नौजवानों ने रंग-बिरंगे जांघिये बनवाये। अखाड़े में ढोल की मर्दाना सदायें गूँजने लगीं। आसपास के पहलवान...
Agni-Samadhi (Hindi Story) Munshi Premchand

अग्नि-समाधि (कहानी) -Agni-Samadhi : Munshi Premchand(Hindi Story)-अग्नि-समाधि (कहानी) : मुंशी प्रेमचंद

साधु-संतों के सत्संग से बुरे भी अच्छे हो जाते हैं, किन्तु पयाग का दुर्भाग्य था, कि उस पर सत्संग का उल्टा ही असर हुआ। उसे गाँजे, चरस औ...